देsh में बह रही है आज
सूचना क्रान्ति की बयार
10 प्रतिshत लोग ही,
जो हैं इसपर सवार
90 प्रतिshत लोग
जहां खड़े थे-वहीं खड़ें हैं,
गरीबों में कोई बदलाव नहीं
वो जहां पड़े थे-वहीं पड़े हैं।
यह क्रान्ति हुई अमीरों की
जो बढ़े- दिन दूनी रात चैगनी रफ्तार
अरबपति खरबपतियों की-
लखपति करोड़पतियों की पांत में- हुए suमार
इस सूचना क्रान्ति रथ पर
गरीब नहीं-सिर्फ अमीर ही चढ़े हैं
डिजिटल डिवाइड करके गरीबों का
इस टाइम की मshीन पर अमीर ही बढ़ें हैं
यह सूचना क्रान्ति गरीबों के नाम की
उन्हे बिना छूए ही निकल रही
90 प्रतिshत आबादी देsh की
और नीचे को फिसल रही
ये क्रान्ति सिर्फ उन्ही की है
जो लैस थे हर संसाधन से
वही खाई बनाते आगे बढ़ रहे
जहां पहले ही सारे साधन थे
अब गरीब और अमीर में
और.....चैoड़ी हो रही खाई
सैंकड़ों सालों में भी
न पाट सकोगे भाई
ये परिदृsय है
सबसे खतरनाक,
वर्ग भेद को कम करने का
मौका न गवाओ आज।
(सुरेsh त्रेहण-9811910506)
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